Farmers Welfare and Agriculture Development Department
ई-टोकन एवं उर्वरक वितरण प्रणाली | E-Token and Fertilizer Distribution System - Madhya Pradesh

🔸 MP e-Token Fertilizer System 2025 की संक्षिप्त जानकारी (short details)

ई-टोकन एवं उर्वरक वितरण प्रणाली मध्यप्रदेश शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा शुरू की गई एक डिजिटल व्यवस्था है, जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी भूमि और फसल की आवश्यकता के अनुसार समय पर और पारदर्शी तरीके से उर्वरक (खाद) उपलब्ध कराना है।

🔸MP e-Token Fertilizer System 2025 का उद्देश्य (Objective)

समय पर उर्वरक उपलब्ध कराना: किसानों को उनकी भूमि और फसल की आवश्यकता के अनुसार सही समय पर खाद प्रदान करना।

पारदर्शिता लाना: वितरण प्रणाली को डिजिटल बनाकर भ्रष्टाचार, कालाबाज़ारी और असमान वितरण को समाप्त करना।

वास्तविक आवश्यकता पर आधारित वितरण: भूमि अभिलेख और मौसमवार फसल पैटर्न के आधार पर उर्वरक की मांग और आपूर्ति का निर्धारण करना।

रियल-टाइम निगरानी (Real-Time Monitoring): उत्पादन इकाई से लेकर खुदरा विक्रेता तक उर्वरक के आवागमन की निरंतर निगरानी करना।

निर्णय प्रक्रिया को सशक्त बनाना: उच्चाधिकारियों को सटीक रिपोर्टिंग और डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से बेहतर निर्णय लेने में सहायता देना।

किसान सुविधा बढ़ाना: किसानों को ऑनलाइन टोकन जनरेट करने, SMS अलर्ट और मोबाइल ऐप से आसान एक्सेस जैसी सुविधाएँ देना।

प्रणाली में जवाबदेही (Accountability): हर स्तर पर रिकॉर्ड-आधारित कार्यप्रणाली से जिम्मेदारी तय करना।

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🔸MP e-Token Fertilizer System 2025 हेतु पात्रता (Eligibility)

  • राज्य का निवासी होना आवश्यक है: केवल मध्यप्रदेश के स्थायी निवासी किसान ही इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
  • कृषक पंजीयन अनिवार्य: किसान का नाम MP किसान पोर्टल या समग्र ID डेटाबेस में पंजीकृत होना चाहिए।
  • भूमि स्वामी या पट्टेदार: किसान स्वयं की भूमि का स्वामी हो या पट्टे (lease/tenant) पर भूमि लेकर खेती करता हो।
  • फसल विवरण अपडेट हो: किसान की फसल जानकारी और मौसमवार खेती का विवरण पोर्टल पर सही रूप से दर्ज होना चाहिए।
  • आधार और मोबाइल लिंक: किसान का आधार नंबर और मोबाइल नंबर पोर्टल में लिंक होना चाहिए ताकि SMS द्वारा ई-टोकन प्राप्त किया जा सके।
  • उर्वरक की वास्तविक आवश्यकता: केवल वही किसान ई-टोकन प्राप्त कर सकता है जिसके नाम पर पंजीकृत फसल के लिए उर्वरक आवश्यक है।
  • बैंक खाता (ऐच्छिक): भविष्य के किसी भी सब्सिडी या भुगतान हेतु किसान के पास सक्रिय बैंक खाता होना चाहिए।

🔸MP e-Token Fertilizer System 2025 से लाभ (Benefits)

किसानों को समय पर खाद की उपलब्धता: भूमि और फसल के आधार पर टोकन जारी होने से उर्वरक समय पर और आवश्यक मात्रा में मिलता है।

लाइन और भीड़ से मुक्ति: किसान पहले से ई-टोकन लेकर सीधे निर्धारित दिन पर उर्वरक प्राप्त कर सकते हैं — जिससे समय की बचत होती है।

पारदर्शी वितरण प्रक्रिया: हर लेन-देन ऑनलाइन रिकॉर्ड होता है, जिससे कालाबाज़ारी और डुप्लिकेट वितरण की संभावना समाप्त होती है।

रियल-टाइम ट्रैकिंग: उर्वरक का आवागमन उत्पादन इकाई से लेकर खुदरा विक्रेता तक रियल-टाइम में ट्रैक किया जा सकता है।

डेटा-आधारित निर्णय: पोर्टल से उपलब्ध रिपोर्ट और डैशबोर्ड से उच्चाधिकारियों को सटीक निर्णय लेने में सहायता मिलती है।

डिजिटल सशक्तिकरण: किसान अब मोबाइल ऐप या पोर्टल से ई-टोकन जनरेट कर सकते हैं, जिससे प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और आधुनिक हो जाती है।

जवाबदेही और नियंत्रण: वितरण प्रणाली में जवाबदेही तय होती है — जिससे हर स्तर पर निगरानी और नियंत्रण आसान होता है।

अन्य विभागों के साथ समन्वय: मार्कफेड, एमपी एग्रो, PACS और निजी विक्रेताओं के बीच बेहतर तालमेल स्थापित होता है।

🔸MP e-Token Fertilizer System 2025 के लिए आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)

आधार कार्ड
किसान आई डी
खसरे की जानकारी
मोबाईल नंबर

🔸 MP e-Token Fertilizer System 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया (How to Apply)

  • आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं : etoken.mpkrishi.org/OFRDHome/home
  • “ई-टोकन / लॉगिन” विकल्प पर क्लिक करें : लॉगिन पेज खुलेगा।
  • नए उपयोगकर्ता “ट्रस्ट/पट्टा/अन्य किसानों का पंजीयन” चुनें : नया पंजीकरण प्रारंभ करें।
  • अपना आधार नंबर, समग्र ID और मोबाइल नंबर दर्ज करें : सही विवरण भरें।
  • भूमि और फसल से जुड़ी जानकारी भरें : सही सीजन और क्षेत्र दर्ज करें।
  • मोबाइल पर प्राप्त OTP को दर्ज कर सत्यापन करें : ओटीपी वेरिफाई करें।
  • सत्यापन के बाद “ई-टोकन जनरेट करें” पर क्लिक करें : टोकन तैयार होगा।
  • ई-टोकन डाउनलोड करें या SMS में प्राप्त करें : सुरक्षित रखें।
  • निर्धारित तारीख पर अधिकृत विक्रेता केंद्र पर जाएं : समय पर उपस्थित हों।
  • ई-टोकन और पहचान पत्र दिखाकर उर्वरक प्राप्त करें : प्रक्रिया पूरी करें।
महत्वपूर्ण जानकारी: किसी भी निर्णय से पहले अधिकारित जॉच अवश्य कर लेवें ।

🔚MP e-Token Fertilizer System 2025 का निष्कर्ष (Conclusion)

ई-टोकन एवं उर्वरक वितरण प्रणाली मध्यप्रदेश शासन के किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा शुरू की गई एक डिजिटल व्यवस्था है, जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी भूमि और फसल की आवश्यकता के अनुसार समय पर और पारदर्शी तरीके से उर्वरक (खाद) उपलब्ध कराना है।

🙋‍♀️ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न - MP e-Token Fertilizer System 2025
❓ ई-टोकन एवं उर्वरक वितरण प्रणाली क्या है??

उत्तर : यह मध्यप्रदेश सरकार की डिजिटल प्रणाली है जिसके माध्यम से किसानों को उनकी भूमि और फसल की आवश्यकता के अनुसार समय पर उर्वरक (खाद) उपलब्ध कराया जाता है।

❓ इस योजना का संचालन कौन-सा विभाग करता है??

उत्तर : इस योजना का संचालन किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग, मध्यप्रदेश शासन द्वारा किया जाता है।

❓ ई-टोकन कैसे प्राप्त करें??

उत्तर : किसान https://etoken.mpkrishi.org/OFRDHome/home वेबसाइट पर जाकर अपने आधार और भूमि विवरण दर्ज कर ई-टोकन जनरेट कर सकते हैं।

❓ क्या ई-टोकन मोबाइल पर प्राप्त किया जा सकता है??

उत्तर : हाँ, पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ई-टोकन SMS के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है।

❓ क्या बिना ई-टोकन के उर्वरक मिलेगा??

उत्तर : नहीं, केवल ई-टोकन धारक किसान ही अधिकृत विक्रेता केंद्र से उर्वरक प्राप्त कर सकते हैं।

❓ रिटेलर मोबाइल ऐप किसके लिए है??

उत्तर : यह ऐप केवल अधिकृत विक्रेताओं और दुकानदारों के लिए है ताकि वे किसानों के ई-टोकन स्कैन करके वितरण की पुष्टि कर सकें।

❓ अगर वेबसाइट काम न करे तो क्या करें??

उत्तर : अस्थायी सर्वर समस्या होने पर कुछ समय बाद पुनः प्रयास करें या सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।

❓ क्या यह योजना पूरे राज्य में लागू है??

उत्तर : हाँ, यह प्रणाली मध्यप्रदेश के सभी जिलों में चरणबद्ध रूप से लागू की जा रही है।

❓ ई-टोकन कितने समय के लिए मान्य होता है??

उत्तर : सामान्यतः एक ई-टोकन निर्धारित तिथि तक वैध रहता है; उस तिथि पर ही किसान को उर्वरक प्राप्त करना होता है।

ई-टोकन एवं उर्वरक वितरण प्रणाली : संक्षिप्त सारांश
योजना का नाम ई-टोकन एवं उर्वरक वितरण प्रणाली (E-Token and Fertilizer Distribution System)
राज्य मध्यप्रदेश
विभाग किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग, मध्यप्रदेश शासन
तकनीकी सहयोग CRISP (Centre for Research and Industrial Staff Performance), भोपाल
योजना का प्रकार डिजिटल वितरण एवं निगरानी प्रणाली
उद्देश्य किसानों को भूमि एवं फसल के अनुसार समय पर और पारदर्शी उर्वरक वितरण सुनिश्चित करना।
लाभार्थी मध्यप्रदेश के पंजीकृत किसान (स्वामी या पट्टेदार)
मुख्य लाभ समय पर खाद वितरण, पारदर्शिता, रियल-टाइम ट्रैकिंग, लाइन से मुक्ति, डेटा-आधारित रिपोर्टिंग
पात्रता राज्य का निवासी किसान, पंजीकृत भूमि और मोबाइल से OTP सत्यापन आवश्यक
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर ई-टोकन जनरेट करें और निर्धारित तारीख पर विक्रेता केंद्र से उर्वरक प्राप्त करें
मोबाइल ऐप Retailer Mobile App (विक्रेताओं के लिए उपलब्ध)
सहायता ईमेल : support@fertilizer-mp.gov.in
पोर्टल द्वारा संचालित किसान कल्याण एवं कृषि विकास संचालनालय, मध्यप्रदेश शासन
लॉन्च वर्ष 2025
MP Krishi e-Token Portal 2025 | www.YojnaPortal.com
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